धर्मनगरी हरिद्वार में कुंभ के अनेकों रंग देखने को मिल रहे हैं कुंभ में सभी अखाड़ों द्वारा भव्य रूप से नगर में प्रवेश किया जा रहा है हाथी घोड़े ऊंटों पर सवार नागा सन्यासी और साधु संत लोगों में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं सभी अखाड़े पेशवाई के माध्यम से अपनी अपनी छातियों में प्रवेश कर रहे हैं निरंजनी जूना अग्नि और किन्नर अखाड़ा के बाद आज आनंद अखाड़े की भव्य पेशवाई निकाली जा रही है जिसमें नागा सन्यासी और साधु संत लोगों को अपना आशीर्वाद दे रहे हैं जगह-जगह साधु संतों का स्थानीय निवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया जा रहा है
आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद महाराज का कहना है कि आज पंचायती आनंद अखाड़े का नगर प्रवेश है आज पेशवाई में अखाड़े के सभी नागा सन्यासी महामंडलेश्वर और साधु संत कुंभ मेले में पेशवाई के माध्यम से प्रवेश कर रहे हैं यह हरिद्वार के लिए भी सौभाग्य का विषय है क्योंकि देश का भ्रमण कर साधु संत हरिद्वार कुंभ मेले में आए हैं और लोगों को उनका आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है इनका कहना है कि कोरोना महामारी को देखते हुए भारत सरकार की गाइडलाइन का भी पालन किया जा रहा है हम सब लोगो से अनुरोध करते हैं कि भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाए कुंभ मेले की शुरुआत में सभी अखाड़ों के नागा सन्यासी रमता पंच देश भर का भ्रमण कर कुंभ नगरी पहुंचते हैं और भव्य रुप से नगर का प्रवेश करते हैं उसी को पेशवाई कहते हैं