हरिद्वार। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा लगाने के अभियान की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। हरिद्वार जेल के कैदी भी अभियान को सफल बनाने में योगदान दे रहे हैं। जेल की चहारदीवारी के भीतर कैदी और बंदी मिलकर दस हजार तिरंगा झंडे बना रहे हैं। जेल में तैयार होने वाले तिरंगे झंडे बाजार में बिकने के बाद खुले आसमान में लहराएंगे।
आजादी के अमृत महोत्सव पर केन्द्र और प्रदेश की धामी सरकार हर घर तिरंगा लहराने की तैयारी कर रही है। पोस्ट आफिस से लेकर बाजारों में तिरंगा झंडों की बिक्री की जा रही है। जिला कारागार हरिद्वार में भी तिरंगा झंडे तैयार किए जा रहे हैं। कैदियों को 20 सिलाई मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। बंदी व कैदी आपस में तिरंगा झंडे बनाने में जुटे हैं। शुक्रवार को ही जेल प्रशासन की ओर से झंडा बनाने के लिए कारागार में कपड़ा पहुंचाया है। शनिवार की सुबह से ही कारागार में तिरंगा झंड़ा बनाने का काम शुरू कर दिया था।
बंदियों और कैदियों में तिरंगा बनाने को लेकर उत्साह है। आजादी के अमृत महोत्सव में बंदी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तिरंगा झंडा तैयार कर रहे हैं। जेल में की चाहरदीवारी के भीतर सिलाई मशीनों की कमान बंदियों व कैदियों ने संभाली है।
जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि करीब दस हजार तिरंगा झंडे बनाने का लक्ष्य रखा है। झंडे तैयार होने के बाद बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। कारागार में बंदियों और कैदियों से मुलाकात करने पहुंचने वालों को भी एक-एक तिरंगा उपलब्ध कराया जाएगा इसी के साथ थी हर बेरिंक में तिरंगा झंडा लगाया जाएगा।