प्रयागराज। महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस आयोजन को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवान तैनात हैं। इन सुरक्षा बलों को अत्याधुनिक तकनीकों और उपकरणों से लैस किया गया है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। महाकुंभ में सुरक्षा के लिए अंडरवाटर ड्रोन और सोनार सिस्टम जैसे आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जल पुलिस संगम क्षेत्र के हर हिस्से की निगरानी कर रही है।
लाइफबॉय और एफआरपी स्पीड मोटर बोट जैसी सुविधाएं किसी भी आकस्मिक स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करने में मददगार हैं। एसडीआरएफ की बोट पर बैटरी से संचालित लाइफबॉय का प्रदर्शन किया गया, जो डूबते हुए व्यक्ति को रिमोट कंट्रोल की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल सकता है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के प्रशिक्षित जवान इस तकनीक के इस्तेमाल के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
एसडीआरएफ के कमांडेंट ने बताया कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में सुरक्षा बलों की भूमिका बहुत अहम होती है। सरकार ने एसडीआरएफ को पर्याप्त जनशक्ति और अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए हैं। उनका लक्ष्य है कि महाकुंभ को शत-प्रतिशत इंसिडेंट फ्री बनाया जाए। इस विशाल आयोजन में तैनात जवान श्रद्धालुओं की हर संभव मदद के लिए तत्पर हैं। सरकार और सुरक्षा बलों का यह समन्वित प्रयास महाकुंभ को सुरक्षित और सफल बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों में रहती है, जिनकी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं।