हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशों के क्रम में, आज दिनांक 03- 02- 2025 को जिला मुख्यालय विकास भवन, रोशनाबाद, हरिद्वार में ग्रामोत्थान परियोजना की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता परियोजना निदेशक, डीआरडीए और जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम), ग्रामोत्थान परियोजना द्वारा की गई। इस बैठक में बहादराबाद विकासखंड के समस्त ग्रामोत्थान परियोजना के स्टाफ, तीन क्लस्टर लेवल फेडरेशन (CLF) के सभी स्टाफ एवं जिला स्तरीय स्टाफ उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य:- बहादराबाद विकासखंड में संचालित विभिन्न आजीविका गतिविधियों, विशेष रूप से वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट यूनिट और लेमन ग्रास प्रोडक्शन यूनिट की स्थिति एवं प्रगति की समीक्षा करना था। बैठक के दौरान इन परियोजनाओं के प्रभाव, चुनौतियों और समाधान पर विस्तार से चर्चा की गई।
स्टाफ की कार्य समीक्षा एवं आवश्यक निर्देश:-
जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम) ने सभी उपस्थित स्टाफ सदस्यों की कार्यदायित्वों की समीक्षा की और उनकी प्रगति का आकलन किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि सभी स्टाफ निर्धारित समय-सीमा के भीतर अपने कार्यों को पूर्ण करें और ग्रामोत्थान परियोजना के उद्देश्यों को साकार करने के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करें।
बैठक के दौरान ग्रोथ सेंटर और सरस विपणन केंद्र में संचालित विभिन्न गतिविधियों पर भी गहन चर्चा की गई। डीपीएम ने इन केंद्रों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और उनके प्रभावी संचालन के लिए आवश्यक सुधारों को लागू करने के निर्देश दिए।
वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट यूनिट की रणनीति एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम:-
परियोजना निदेशक, डीआरडीए ने बैठक में जानकारी चाही कि फूलों का कलेक्शन कहां से और कैसे किया जाएगा। इस पर डीपीएम ने बताया कि मंदिरों, वेंकट हॉल और फूल उत्पादन करने वाले किसानों से फूलों का संग्रह किया जाएगा और इन्हें वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट यूनिट तक पहुंचाया जाएगा।
इसके अलावा, 20 महिलाओं को अगले 2-3 दिनों में देहरादून स्थित “भावना लग्जरी धूप” यूनिट में दो दिवसीय प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस प्रशिक्षण में महिलाओं को अगरबत्ती, धूप स्टिक, धूप कोन और अन्य उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया सिखाई जाएगी। यह प्रशिक्षण महिलाओं को नए उद्यम स्थापित करने और अपनी आय बढ़ाने में मदद करेगा।
डीपीएम ने परियोजना निदेशक को आश्वस्त किया कि वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट यूनिट को 28 फरवरी 2025 से पहले पूर्ण रूप से संचालित किया जाएगा। इस पहल से न केवल स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
लेमन ग्रास प्रोडक्शन यूनिट की समीक्षा एवं आवश्यक निर्देश:-
बैठक में लेमन ग्रास प्रोडक्शन यूनिट की स्थिति पर भी चर्चा की गई। परियोजना निदेशक और डीपीएम ने बहादराबाद विकासखंड के ब्लॉक मिशन मैनेजर (BMM) और CLF अध्यक्ष से बातचीत की और यूनिट को लेकर उनके संदेह को दूर किया और यूनिट से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी।
परियोजना निदेशक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यूनिट की स्थापना जल्द से जल्द पूरी की जाए, ताकि इस पहल से महिलाओं को शीघ्र आर्थिक लाभ प्राप्त हो सके। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि लेमन ग्रास से बनने वाले उत्पादों की मार्केटिंग और बिक्री की उचित रणनीति तैयार की जाएगी, जिससे उत्पादकों को सही मूल्य मिल सके और उनकी आजीविका सुनिश्चित हो सके।
मार्केटिंग और रिपोर्टिंग प्रक्रिया को मजबूत करने के निर्देश:-
परियोजना निदेशक ने बैठक में यह भी निर्देश दिया कि बहादराबाद विकासखंड में संचालित सभी आजीविका गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से जिला मुख्यालय को भेजी जाए। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि CLF की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रभावी विपणन हो और उन्हें उचित बाजार उपलब्ध कराया जाए।
उन्होंने कहा कि जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारी और कर्मचारी इस पहल में पूर्ण सहयोग करेंगे, ताकि ग्रामीण महिलाओं को स्थायी आय के साधन उपलब्ध कराए जा सकें। बैठक में विपणन योजनाओं और संभावित बाजारों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
ग्रामोत्थान परियोजना के प्रभाव और भविष्य की कार्ययोजना:-
ग्रामोत्थान परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्राम्य उद्यमिता को बढ़ावा देना और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस बैठक में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा हुई।
परियोजना निदेशक और डीपीएम ने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यों को पूरी निष्ठा के साथ पूरा करें और परियोजना के उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि ग्रामोत्थान परियोजना केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
बैठक के अंत में परियोजना निदेशक ने सभी स्टाफ को यह निर्देश दिया कि वे ग्रामोत्थान परियोजना की गतिविधियों की नियमित निगरानी करें और समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि अगर ये परियोजनाएं सफल होती हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों में नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
इस बैठक से यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामोत्थान परियोजना के तहत बहादराबाद विकासखंड में अनेक महत्वपूर्ण गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देना है।