हरिद्वार। देवभूमि उत्तराखंड से नार्थ ईस्ट के लिए सीधी रेल सेवा बहाल नहीं होने के चलते रेलयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
देहरादून/ऋषिकेश/ हरिद्वार रेलवे स्टेशन से नार्थ ईस्ट के लिए सीधी रेल सेवा बहाल नहीं होने के चलते आम रेलयात्रियों के साथ फौजी भाई भी परेशान हैं। ऐसे में पूर्वोत्तर को जाने वाले यात्रियों को दिल्ली, मुरादाबाद या मुगलसराय से ट्रेन बदलनी पड़ती है। ऐसे में रेल यात्रियों कंफर्म सीट मिलना किसी चुनौती से कम नहीं है। बिना कंफर्म सीट के यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है। साथ ही यात्रा लंबी होने से
समय की बर्बादी और खर्चा ज्यादा होता है। झंझटों से मुक्ति के लिए रेल यात्रियों ने
हरिद्वार से नार्थ ईस्ट के लिए सीधी रेल सेवा बहाल करने की मांग लंबे समय से करते चले आ रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। रेलवे लाईन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण और उच्चीकरण का कार्य पूरा होने के उपरांत रेलयात्रियों को उम्मीद थी कि जल्द ही हरिद्वार से गौहाटी, आसाम के बीच दूरंतो, सुपर फास्ट ट्रेन का संचालन किया जायेगा। लेकिन अभी तक रेलयात्रियों का सपना पूरा नहीं हुआ है। अब एक बार फिर पूर्वांचल उत्थान संस्था के बैनर पर रेलयात्रियों ने नार्थ ईस्ट के लिए सीधी रेल सेवा बहाल करने की मांग की है। इसके साथ देहरादून/हरिद्वार से गोरखपुर/ मुज्जफ्फपुर के बीच चलने वाली राप्ती गंगा एक्सप्रेस का दैनिक संचालन करते हुए वाया दरभंगा से सहरसा तक फेरा बढ़ाने की मांग की है। इसके साथ पूर्वांचल उत्थान संस्था की ओर से देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार से मुरादाबाद के बीच सुबह के समय ट्रेन चलाने की भी मांग की गई है। वहीं दिल्ली/पंजाब/जम्मू कश्मीर से चलने वाली ट्रेनों को में मुरादाबाद से अतिरिक्त कोच लगाने की मांग की है ताकि उत्तराखंड के यात्रियों को आसानी से सीट मिल सके। रेल यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे को तत्काल नार्थ ईस्ट के लिए रेल सेवा बहाल करने की पहल करनी चाहिए। ट्रेन की मांग करने वालों में सीए आशुतोष पांडे, बीएन राय, रंजीता झा, प्रशांत राय, काली प्रसाद साह, विष्णु देव साह, अवधेश झा, केएन झा, डॉ निरंजन मिश्रा, डॉ नारायण पंडित, संतोष पांडेय, एमके सिंह, रूप लाल यादव, शंकर झा, पं भोगेंद्र झा, पं विनय मिश्रा, प्रकाश झा, अमरनाथ झा, वरूणेन्दु झा, दिलीप कुमार झा, अनिल सिंह, धर्मेंद्र शाह, राजकुमार मुखर्जी, संतोष कुमार सहित अन्य सदस्य शामिल रहें। इस संबंध में पूर्वांचल उठान संस्था के सदस्य जल्द ही रेल मंत्री एवं मंडल रेल प्रबंधक अन्य सक्षम अधिकारियों को ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया है।