चमोली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सात दिवसीय राजकीय औद्योगिक एवम सांस्कृतिक गौचर मेले का शुभारम्भ किया , इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा मेले हमारी संस्कृति और परम्परा की पहचान है । मेलो के स्वरूप को बढाने के लिए हमारी सरकार संकल्प बद्ध है । सीएम ने गौचर मेला समिति को दस लाख रुपये देने की घोषणा और गौचर मेला मैदान को मिनी स्टेडियम बनाये जाने की घोषणा की ।
देश की आजादी से पूर्व भारत और तिब्बत दो देशों के बीच स्थानीय उत्पादों के आदान प्रदान से शुरू हुआ सात दिवसीय गौचर औद्योगिक एवम सास्कृतिक विकास मेले का आगाज हो गया है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सात गौचर मेले का उदघाटन किया , 11 मराठा रेजिमेंट के जवानों द्वारा बैंड की धुन के साथ सीएम का स्वागत किया , मेला मंच पर मेला समिति द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया । मेला मंच से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गौचर मेले का अपने आपमे बड़ा ही महत्व है । भारत तिब्बत के बीच स्थानीय उत्पादों को लेकर यह मेला शुरू हुआ था । सीएम ने कहा कि मेले हमारी आजीविका को मजबूत करने का भी एक साधन भी है । उन्होंने कहा जब हम बचपन मे थे तो हमे भी मेलो में घूमने का शौक था । गौचर मेला मैदान के लिए मुख्यमंत्री ने मिनी स्टेडियम बनाने और गौचर मेला समिति को दस लाख रुपये देने की घोषणा की ।
गौचर का औद्योगिक मेला भारत तिब्बत के बीच भोटिया जनजाति के लोगो की पहल पर स्थानीय ब्यापार को लेकर शुरू सन 1943 से शुरू हुआ था । तब से आज तक भोटिया जनजाति के लोग ऊन से बने उत्पादों को लेकर गौचर मेले में आते है ।