मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब भी दिल्ली दौरे पर जाते हैं, उत्तराखंड में चर्चाओं का बाजार गर्म हो जाता है। हर बार मंत्रीमंडल में बदलाव की बात कही जाती है। नेताओं की धड़कनें भी तेज हो जाती हैं। दायित्व बंटवारे को लेकर भी हर बार बातें होती जरूर हैं, लेकिन आज तक कोई निर्णायक फैसला नहीं हो पाया। कहा जाता है कि हाईकमान के की ओर से हरीझंडी मिल चुकी है। बस घोषणा होनी बाकी है।
धामी कैबिनेट में फिलहाल चार मंत्री पद खाली हैं, जिनको भरने को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही है। भीतरखाने विधायक डिमांड भी कर रहे हैं। पिछले दिनों सीएम धामी के दिल्ली दौरे के बाद बीएल संतोष उत्तराखंड दौरे पर आए थे, जिससे यह माना जा रहा था कि जल्द ही मंत्रीमंड विस्तार का ऐलान किया जाएगा। साथ ही दायित्व बंटवारा भी किया जाएगा। माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल में बदलाव कर कुछ नए चेहरों को जगह मिल सकती है।
कैबिनेट विस्तार को लेकर भाजपा सभी तरह के समीकरणों पर चर्चा कर रही है। लोकसभा चुनाव से पहले सभी पांचों क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व देने के साथ ही सभी वर्गों का भी ध्यान रखा जाएगा। जिन नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा है उनमें नैनीताल से बंशीधर भगत, हरिद्वार से आदेश चौहान, देहरादून से विनोद चमोली या खजानदास और टिहरी से शक्तिलाल शाह के नाम शामिल हैं।
बहरहाल यह केवल चर्चाएं हैं। इन चर्चाओं से पर्दा तभी हटेगा जब मंत्रीमंडल विस्तार पर मुहर लग जाएगी। दायित्व वितरण को लेकर भी साफ है कि नामों का ऐलान नहीं होने तक केवल अटकलें लगाई जाती रहेंगी। देखना होगा कि भाजपा इस पर कितनी जल्दी फैसला लेती है?