हरिद्वार। केंद्र सरकार की वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा आज देश का आम बजट पेश किया जिसको लेकर हरिद्वार पूर्व सांसद ओर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन, विधायक अनुपमा रावत ओर विधायक रविबहादुर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के बजट को आकंड़ों की बाजीगरी ओर युवाओं को छलने का बजट बताया है। साथ ही कहा है कि उत्तराखंड के लोगों को इस बार बजट से काफी उम्मीदें थी उनको भी एक बार फिर निराशा हुई है जबकि उत्तराखंड में जोशीमठ जैसी आपदा आई हुई है।
भारत सरकार के वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह बजट पूरी तरह से धोखेबाज बजट है जिसमें युवाओं को नजरअंदाज किया गया है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सबसे पहले माफी मांगनी चाहिए थी कि उन्होंने देश के 2 करोड़ युवाओं को हर वर्ष रोजगार देने का जो वादा किया था वह वह पूरा नहीं कर पाए। वित्त मंत्री द्वारा देश के मध्य वर्ग को टैक्स रिबेट में मात्र 50 हजार की रिपोर्ट दी गई है और जो योजनाएं वित्त मंत्री ने आज बिना ही हैं ज्यादातर योजनाएं 3 वर्ष के लिए बताई गई हैं इसका साफ मतलब है कि सरकार के पास इस समय धन की कमी है। वहीं उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की ग्रीन बोनस की मांग एक बार फिर सरकार है नकारी है और उत्तराखंड में आ रही आपदाओं को लेकर भी केंद्र सरकार ने प्रदेशवासियों को निराशा ही दी है।
वही बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट में केवल जुमले पे जुमले नजर आ रहे हैं उन्होंने कहा कि जब केंद्र से ही कोई उम्मीद नहीं मिली है तो राज्य सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है आज जब प्रदेश बेरोजगारी आपदाओं से गिरा है ऐसे में भी केंद्र सरकार द्वारा बजट में कोई राहत नहीं दी गई है जोकि काफी निराशाजनक है।
हरिद्वार की ज्वालापुर विधानसभा सीट से विधायक रवि बहादुर ने बजट को आंकड़ों की कारीगरी बताते हुए कहा कि इस बजट से एक बार फिर युवा निराश हुआ है और खासकर उत्तराखंड के युवा तो इस बजट को लेकर एक बार फिर चले गए हैं उन्होंने कहा कि अगर भाजपा की आंखों में शर्म होती तो जोशीमठ की आपदा को लेकर बजट में जरूर कुछ रखा होता।
इसी के साथ पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता काजी निजामुद्दीन ने भी बजट को निराशाजनक बताते हुए कहां की निराशा केवल प्रदेश में नहीं होगी जहां पर इस वर्ष चुनाव होने जा रहे हैं क्योंकि उत्तराखंड में चुनाव नहीं है इसीलिए बजट में उत्तराखंड को लेकर कुछ भी नहीं दिया गया है इससे साफ होता है कि यह बजट केवल चुनावी बजट मात्र है उन्होंने कहा कि आज देश में यह हालत है कि गरीब और गरीब होता जा रहा है जबकि अमीर लगातार अमीर होता जा रहा है।