Haridwar News Uttarakhand

छठ घाट का निर्माण नहीं होने से पूर्वांचल समाज में निराशा

 

हरिद्वार। बहादराबाद में गंगनहर पुल के समीप छठ घाट निर्माण को लेकर पूर्वांचल समाज का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। गत वर्ष सीएम धामी के शिलान्यास के बाद लोगों को उम्मीद थी कि इस वर्ष पक्के घाट पर छठ पर्व मना सकेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।‌अब एक बार फिर लोगों ने सरकार से छठ घाट की मांग दोहराई है। पूर्वांचल उत्थान संस्था ने घाट निर्माण के उपरांत घाट को गोद लेकर साफ सफाई से लेकर आरती तक कराने की जिम्मेदारी ली है।

उत्तराखंड राज्य को बने दो दशक से ज्यादा का समय बीत गया है। इस दौरान बारी बारी से भाजपा और कांग्रेस का शासनकाल रहा। दोनों ही पार्टियों की ओर से प्रदेश में विकास के बड़े बड़े दावे किए गए। ओहि नहीं है कि विकास नहीं हुआ विकास तो हुआ लेकिन विकास की दौड़ में पूर्वांचल समाज पिछड़ गया। रानीपुर और ज्वालापुर विधानसभा में रहने वाले बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग जान जोखिम में डालकर बहादराबाद में गंगनहर पुल के समीप कच्चे घाट पर छठ का पर्व मनाते चले आ रहे हैं। ऐसे में पूर्वांचल समाज के लोगों ने छठ का निर्माण कराने के लिए शासन प्रशासन से लेकर सरकार के दरवाजा खटखटाया। पार्षद, विधायक, सांसद से लेकर सीएम के पांव पकड़े। लेकिन नतीजा शुन्य। इसके उपरांत पूर्वांचल उत्थान संस्था के बैनर पर लोगों ने आवाज उठाई और नगरपालिका परिषद शिवालिक नगर के चैयरमेन राजीव शर्मा ने पूर्वांचल के लोगों का साथ देते हुए सीएम को पत्र भेजा। इसके परिणाम स्वरूप गत वर्ष उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छठ महोत्सव के बीच घाट का शिलान्यास करते हुए घाट निर्माण कराने को लेकर स्वीकृति प्रदान कर दी। इससे पूर्वांचल समाज के लोगों को भरोसा हो गया कि अगले वर्ष पक्के घाट पर छठ पर्व मना सकेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पूर्व की भांति इस बार भी पूर्वांचल के लोगों को कच्चे घाट पर छठ पर्व मनाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। छठ पूजा समिति के संयोजक वरूण शुक्ला ने बताया कि संस्था स्वयं के खर्चे पर घाट की सफाई से लेकर साथ सज्जा का कार्य करती है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर स्थानीय शासन प्रशासन, विधायक, मंत्री भी शामिल होते हैं और आयोजन में सहयोग भी करते हैं,लेकिन अभी तक किसी ने घाट निर्माण की ओर ध्यान नहीं दिया।‌ सीए आशुतोष पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड सरकार घाट का निर्माण करा देती है तो पूर्वांचल उत्थान संस्था घाट को गोद लेकर साफ सफाई से लेकर आरती आदि की व्यवस्था स्वयं करेगी। घाट निर्माण की मांग करने वालों में संतोष पांडे, प्रमोद पटेल, कृष्ण कुमार यादव, राकेश शर्मा, गौरव यादव, संतोष यादव, रूप लाल यादव, व्यास राय, प्रशांत राय, सीए आशुतोष पांडे, बीएन राय, राकेश राय, राम अवतार सिंह, वरुण शुक्ला, कमलेश सिंह, वीके त्रिपाठी, दिलीप कुमार झा, सुमित झा, सुजीत कुशवाहा, रंजीता झा, संतोष झा, सहित अन्य पूर्वांचल समाज के लोग शामिल रहे।

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