हरिद्वार। महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि राम भक्त हनुमान के शरणागत होने से भक्तों के समस्त संकट दूर हो जाते हैं। इसलिए हनुमान को संकट मोचन हनुमान भी कहा जाता है। जीवन सेवा के लिए समर्पित है। उन्होंने अपने ईष्ट भगवान राम को अपना आदर्श मानते हुए उनकी हर आज्ञा का पालन किया। संसार में हनुमान के समान भक्ति और सेवा का अन्य दूसरा कोई उदाहरण नहीं है। हनुमान अतुलित बलशाली है, लेकिन उन्होंने कभी अपने बल का दुरुपयोग नहीं किया। संतो की रक्षा और दुष्टों का अंत हनुमान के जीवन का उद्देश्य रहा है। ऐसे ईश्वर की आराधना करने से मनुष्य की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
गौरतलब है कि तीर्थनगरी हरिद्वार में वर्ष 1830 में स्थापित श्रीअवधूत मंडल आश्रम बाबा हीरादास हनुमान मंदिर, सिंहद्वार, ज्वालापुर, हरिद्वार में श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के महामंडलेश्वर एवं श्री अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महंत स्वामी संतोषानंद देव महाराज की प्रेरणा और श्रीअवधूत मंडल आश्रम परिवार, भारतवर्ष के सहयोग से दिनांक 16 अप्रैल दिन शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसमें हनुमान जी का पंचामृत अभिषेक, षोडशोपचार पूजन, हवन छप्पन भोग, श्रंगार, सुंदरकांड, भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर संतों एवं भक्तों के लिए विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है। महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि कार्यक्रम में सभी भक्तजन उपस्थित होकर तन मन धन से सहयोग करें और पुण्य लाभ अर्जित करें। भगवान हनुमान एवं गुरु की कृपा प्राप्त कर अपना एवं अपने बच्चों का जीवन सफल बनाएं।