नितिन राणा
हरिद्वार। भगवानपुर थानाक्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में हुई घटना प्रकरण में एक विशेष वर्ग के साथ खड़े होकर माहौल खराब वालों को बचाने की पैरवी करने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कांग्रेस, बसपा एवं अन्य विधायक के जनता विरोधी कार्यों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों को सामंजस्य की बातें करनी चाहिए थी, न कि भावना भड़काने वालों का साथ देना। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जनपद में अपराध, भय और भ्रष्टाचार जैसी बातें दूर-दूर तक नहीं है। केवल सत्ता के विपक्षी विधायक भड़काउ बातें करके हरिद्वार जनपद का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं।
भगवानपुर थाना क्षेत्र के गांव डाडा जलालपुर में हुए प्रकरण के बाद लोग सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन दोषियों की शिनाख्त करते हुए एवं निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई कर रही है। लेकिन सत्ता के विपक्षी कुछ विधायक शांत फिजाओं में साम्प्रदायिकता का जहर फैलाने का काम करने में लगे हुए हैं। जब हरिद्वार जनपद में किसी प्रकार का अपराध नहीं हो रहा है तो भी इन्हें बर्दास्त नहीं हो रहा है। ये विधायक अवैध कार्यों को बढ़ावा देने में लगे हुए थे। थानों से अपराधियों को बचाने के लिए पैरवी करने में लगे हुए हैं। अवैध खनन करने वालों के मुखबिर, सरकारी भूमियों पर कब्जे कराने से लेकर भ्रष्टाचारियों के साथ ये विधायक खड़े हुए हैं। पुलिस प्रशासनिक अधिकारी नियमानुसार अपनी कार्रवाई कर रहे हैं तो उनके कार्यों में बाधा डालकर आपराधियों को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस ने हमेशा साम्प्रदायिकता फैलाकर राजनीति की है, लेकिन भाजपा की सरकार में ये सब नहीं होगा।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने ऐसे विधायकों को सलाह दी है कि क्षेत्र के विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर शासन को प्रेषित करने का काम करें। सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन को दिलाने का काम करें, ताकि जनता हित हो सके। लेकिन ये विधायक अवैध कार्य करने वालों के पक्षकार बन गए हैं जोकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार में बर्दास्त नहीं होगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अपने व्यवहार, कार्यों में बदलाव नहीं किया तो सरकार कार्रवाई करने को मजबूर होगी।