जिला मुख्यालय विकास भवन, रोशनाबाद में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) महोदया की अध्यक्षता में सभी विभागों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में हरिद्वार जनपद के छह विकासखंडों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में चल रही विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं की प्रगति का वास्तविक आकलन करना और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ठोस कदम उठाना था।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत कैटेगरी ‘A’ के तहत निर्माणाधीन आवासों की स्थिति की समीक्षा की गई। सीडीओ महोदया ने निर्देश दिया कि लक्सर, खानपुर और रुड़की विकासखंडों में चल रहे सभी आवास निर्माण कार्य 10 फरवरी 2025 तक पूर्ण कर लिए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि योजना से जुड़े सर्वेक्षण कार्य गंभीरता और सटीकता के साथ पूरे किए जाएं। विकासखंड कार्यालय परिसरों में योजनाओं से संबंधित नवीनतम जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए भी महोदया ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मनरेगा में मानव दिवस सृजन और कृषि क्षेत्र पर चर्चा
मनरेगा के तहत मानव दिवस सृजन में लक्ष्य के मुकाबले 92% की ही प्रगति हो सकी है। इस पर सीडीओ महोदया ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति के लिए तत्काल ठोस प्रयास किए जाएं। इसके अतिरिक्त, कृषि और उससे जुड़े अन्य सहयोगी क्षेत्रों में न्यूनतम प्रगति पर भी महोदया ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य औसत से अधिक प्रगति हासिल करने के लिए योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
कन्वर्जेन्स की समीक्षा और कार्यशाला का निर्देश
बैठक में कन्वर्जेन्स प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमें पाया गया कि कृषि और उद्यान विभाग की प्रगति अपेक्षाकृत कमजोर है। सीडीओ महोदया ने इस कमी पर विशेष ध्यान देने और इसे सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि विभागों में समन्वय स्थापित करने और क्रियान्वयन की सही जानकारी प्रदान करने के लिए जनपद स्तर पर कार्यशाला का आयोजन किया जाए।
आधार सीडिंग, जियो टैगिंग और सोशल ऑडिट की सराहना
बैठक में आधार कार्ड सीडिंग, जियो टैगिंग, सोशल ऑडिट और प्रोजेक्ट उन्नति के तहत जिले की प्रगति की सराहना की गई। हालांकि, समय पर भुगतान (टाइमली पेमेंट) के मामले में जिले की स्थिति असंतोषजनक पाई गई। महोदया ने इस पर तत्काल सुधार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
फील्ड विजिट और साइड एमेनिटीज का क्रियान्वयन
सीडीओ महोदया ने सभी विकासखंड स्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे नियमित रूप से फील्ड विजिट करें और उसकी रिपोर्ट समय पर जिला मुख्यालय को प्रेषित करें। इसके साथ ही उन्होंने साइड एमेनिटीज से संबंधित कार्यों को जल्द से जल्द प्रारंभ करने का आदेश भी दिया।
साप्ताहिक समीक्षा और मॉनिटरिंग पर बल
महोदया ने विकासखंड अधिकारियों को निर्देशित किया कि मॉनिटरिंग टूल का प्रभावी उपयोग किया जाए और अपने स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि योजनाओं की केस स्टडी तैयार की जाए और अच्छे कार्यों का प्रचार-प्रसार करने के लिए वीडियो बनाए जाएं। महोदया ने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी अपने कार्यों को समय पर पूर्ण नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामोत्थान परियोजना और एनआरएलएम की समीक्षा
बैठक में ग्रामोत्थान परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत चल रही योजनाओं और परियोजनाओं की गहन समीक्षा की गई। सीडीओ महोदया ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन योजनाओं को समय पर और पूरी गुणवत्ता के साथ शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाए। उन्होंने परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया।
महत्वपूर्ण सहभागिता
बैठक में परियोजना निदेशक (डीआरडीए), सहायक परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, जिला परियोजना प्रबंधक (ग्रामोत्थान परियोजना), सभी विकासखंड अधिकारियों (बीडीओ), सभी ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएम), और ग्रामोत्थान परियोजना के जिला स्तरीय स्टाफ ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
समग्र निर्देश और अनुशासनात्मक उपाय
सीडीओ महोदया ने बैठक के दौरान अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि जिले में चल रही सभी योजनाओं और परियोजनाओं का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं की प्रभावशीलता और उनके सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और समय पर कार्य न करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समापन
बैठक के समापन पर सीडीओ महोदया ने सभी विभागों और विकासखंड अधिकारियों को जिले के समग्र विकास के लिए मिल-जुलकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और विभागों के बीच समन्वय हरिद्वार जिले के विकास को एक नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा।
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