Uttarakhand

धनगढ़ी में धूमधाम से मनाया गया जिम कॉर्बेट का जन्मदिन, जाने एक परिचय

रामनगर। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के धनगढ़ी में आज जिम कॉर्बेट का 147 जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया । कार्यक्रम में स्कूली बच्चें, वनकर्मी, जनप्रतिनिधि, ग्रामीण समेत कई लोग मौजूद रहेंगे| साथ ही कार्यक्रम में लोगों को जिम कॉर्बेट को श्रद्धांजलि देने के साथ ही उनके जीवन, जंगल और मानव संघर्ष को लेकर प्रकाश डाला गया । आपको बता दें कि जिम कार्बेट का जन्म 25 जुलाई 1875 हुआ था| वह ब्रिटिश इंडियन आर्मी में कर्नल थे। 1907 से 1938 के बीच कुमाऊं और गढ़वाल के गांवों में नरभक्षी बाघों और तेंदुओं का आतंक था। उन्होंने एक नरभक्षी बाघ का शिकार किया था, जो 436 लोगों को मार चुका था| बाघों के संरक्षण के लिए नेशनल रिजर्व बनाने में भी उनकी प्रमुख भूमिका रही। 19 अप्रैल 1955 में उनकी मृत्यु हो गयी| जिसके बाद 1957 में इस पार्क को उन्हीं के सम्मान में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क नाम दिया गया। कॉर्बेट के डायरेक्टर धीरज पांडेय ने बताया कि जिम कॉर्बेट का बाघों के संरक्षण में बड़ा योगदान था। उन्होंने बताया कि जिनके सम्मान में हर साल कॉर्बेट प्रशासन उनका जन्मदिन बनता है। आज धनगढ़ी में उनका 147 वा जन्मदिन मनाया गया । जिसमें स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने, मानव संघर्ष, वन्यजीवों के प्रति उनकी जिम्मेदारियों के विषय में चर्चा की गई । उन्होंने बताया कि जिम कॉर्बेट से कुमाऊं से काफी लगाव था। इसलिए उन्होंने अपना घर भी कालढूँगी में बनाया था। जिसे आज म्यूजियम के तौर पर विकसित किया गया है| उन्होंने बताया कि उस क्षेत्र को भी पयर्टन संबंधित रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

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