चमोली। माणा में आए एवलॉन्च के दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ग्लेशियर के मलबे से रेस्क्यू किए गए 4 मजदूर को बचाया नहीं जा सका है।
पीआरओ रक्षा देहरादून लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव के मुताबिक सेना की आइबेक्स ब्रिगेड की बचाव टीम के नेतृत्व में हिमस्खलन बचाव अभियान अभी चल रहा है। सेना के एक्सपर्ट युद्ध स्तर पर सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाए हुए हैं। रेस्क्यू में कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही है। स्थितियां दुरूह हैं, लेकिन रेस्क्यू टीम का हौसला बुलंद है।
सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल 06 हेलीकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है। हेलीकॉप्टरों में भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना द्वारा किराए पर लिया गया एक नागरिक हेलीकॉप्टर शामिल है।
अभी तक, रेस्क्यू किए गए 49 में से 23 व्यक्तियों को जोशीमठ पहुंचाया जा चुका है। दुर्भाग्य से, 4 व्यक्ति की मृत्यु की पुष्टि हुई है। घायलों को निकालने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है। शेष 6 व्यक्तियों को बचाने के लिए सेना द्वारा खोज अभियान जारी है। गौरतलब है कि माणा में शुक्रवार को आए एवलॉन्च के मलबे में 55 श्रमिक दब गए थे।
कुल 55 मजदूरों के नाम जारी कर दिए गये हैं। इनमें से 42 मजदूरों के राज्यों की जानकारी मिल गई है। बिहार के 11, उत्तराखंड के 11, उत्तर प्रदेश के 11, हिमाचल के 7, जबकि पंजाब और जम्मू कश्मीर के एक-एक मजदूरों की जानकारी फिलहाल मिली है। 13 मजदूरों के राज्यों की अभी पुष्टि नहीं हुई है।