Uttarakhand

एस०डी०जी०, जी०आई०एस० तथा पी.एम.गतिशक्ति पर हुआ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

पिथौरागढ़।जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा दीप प्रज्वलित कर जनपद स्तर पर एस०डी०जी० (District SDG Index) के प्रभावी अनुश्रवण तथा लो हैंगिंग संकेतकों पर केंद्रीय हस्तक्षेप किये जाने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ विकास भवन सभागार में किया गया। कार्यशाला में एस०डी०जी० डाटा ईकोसिस्टम और मॉनिटरिंग तथा पी. एम गतिशक्ति पर एक दिवसीय कार्यशाला में सी०पी०पी०जी०जी०, नियोजन विभाग तथा पी.एम गतिशक्ति के विषय विशेषज्ञों द्वारा जनपद के विभागीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यशाला में जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने उत्तराखंड को एस. डी. जी. लक्ष्यों में प्रथम स्थान हासिल करने के लिए पूरे राज्य को बधाई दी और जनपद स्तर एस. डी. जी. के 16 लक्ष्यों पर समीक्षा करते हुए माना कि पिथौरागढ़ उक्त 16 सतत् विकास लक्ष्यों में 1, 3, 8 और 15 लक्ष्य, राज्य के प्रदर्शन से उल्टा प्रदर्शन कर रहा है। लक्ष्य 5: जेंडर इनक्यूलिटी पर खुशी जताई और बाकी 15 लक्ष्यों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए संबंधित विभाग से सहयोग मांगा। लक्ष्य 3 पर चिंता जताते हुए स्वास्थ्य विभाग को नैतिक जिम्मेदारी से काम करने की सलाह दी और स्वास्थ्य सेवाओं में कमी को पलायन का एक कारण भी माना और आशा जताई कि आने वाले वर्षों में पिथौरागढ़ जनपद 13 जिलों में प्रथम स्थान हासिल करेगा। इन एस. डी. जी. लक्ष्यों को आंख खोलने के लिए एक महत्वपूर्ण इकाई माना।

कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर शैलेंद्र ने एस. डी. जी. के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए, विभागीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। पीएम गतिशक्ति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पीएम गतिशक्ति एक राष्ट्रीय मास्टर प्लान है जिसका उद्देश्य विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों को एक साथ लाकर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन सुनिश्चित करना है। इसका उद्देश्य देश में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना और आर्थिक विकास को गति देना है।

जिला स्तर पर पीएम गतिशक्ति के विभिन्न उद्देश्य है जिनमें जिला स्तर पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की योजना और कार्यान्वयन में सुधार करना, विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना, स्थानीय आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के आधार पर परियोजनाओं को प्राथमिकता देना, बुनियादी ढांचों की कमी की पहचान करना और कार्यान्वयन में सहायता करना। जिला मास्टर प्लान (डीएमपी) पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा एक डीएमपी पोर्टल विकसित किया जा रहा है ताकि जिला अधिकारी बुनियादी ढांचा योजनाओं में सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपना सकें, यह पोर्टल जिला स्तर पर विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच डेटा साझा करने और सहयोग को बढ़ावा देगा ।

पीएम गतिशक्ति को जिला स्तर पर लागू करने के लिए, जिला अधिकारियों को विभिन्न विभागों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना होगा, उन्हें स्थानीय समुदायों और हितधारकों के साथ भी परामर्श करना होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परियोजनाएं उनकी आवश्यकताओं को पूरा करती हैं, देश के सभी जिलों के लिए डीएमपी पोर्टल चरणबद्ध तरीके से विकसित कर 31 मार्च, 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

कार्यशाला में शैलेंद्र कुमार, (सी.पी.जी.जी), अक्षय जायसवाल व नवराज छेत्री (पीएम गतिशक्ति), जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी निरंजन प्रसाद आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। कार्यशाला में जनपद स्तरीय सभी विभागों के अधिकारियों, एस०डी०जी० नोडल अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों, तथा आकांक्षी जनपदों तथा विकासखण्डों में नीति आयोग द्वारा नियुक्त युवा पेशोवरों एवं अन्य प्रशिक्षित अधिकारी उपस्थित थे।

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