हरिद्वार। सिंचाई विभाग की जमीन से बीते सोमवार को हटाए गए अतिक्रमण के विरोध में बैरागी अखाड़ों के साधु संत आज उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के खिलाफ धरने पर बैठे इस दौरान साधु-संतों का आरोप था कि हाईकोर्ट के स्टे के बावजूद सिंचाई विभाग ने जानबूझकर अतिक्रमण के नाम पर अखाड़ों में बुलडोजर चलाया है जबकि इससे पहले ही हाईकोर्ट से अखाड़ों को स्टेट मिला हुआ है। बावजूद इसके प्रशासन अतिक्रमण के नाम पर गुंडागर्दी पर उतारू है।
आपको बता दें कि सुबह से ही आज बैरागी अखाड़ों के साधु संत आज बैरागी कैंप में धरने पर बैठे रहे बावजूद इसके कोई भी अधिकारी सुध लेने के लिए बैरागी कैंप नहीं पहुंचा आखिरकार फोन पर हुई वार्ता के बाद साधु-संतों ने 13 तारीख तक का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि यदि जो तोड़फोड़ अतिक्रमण के नाम पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा की गई है वह ठीक नहीं करते तो हाई कोर्ट में इसका जवाब देने के लिए तैयार रहें साथ ही इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी की जाएगी।
इस दौरान स्वामी संजय महंत ने बताया कि फोन पर अधिकारियों से वार्तालाप हुई है और उन्हें आश्वासन दिया है कि हमें हाईकोर्ट के स्टे का मालूम नहीं था और जो भी तोड़फोड़ वही है उसे हमारे द्वारा ठीक कराया जाएगा लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो हमारे द्वारा हाईकोर्ट का सहारा लिया जाएगा।
वहीं बाबा हठयोगी ने कहा कि प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर पूरे शहर में आमजन को परेशान करने का कार्य किया जा रहा है अब तो हद ही हो गई साधु संतों को भी उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग नहीं छोड़ रहा है हाई कोर्ट के स्टे के बावजूद सिंचाई विभाग अब अपनी गुंडागर्दी पर उतारू है अभी भी गोलमोल बातें कर कर एक दूसरे पर बांट डालने का कार्य सिंचाई विभाग द्वारा किया जा रहा है।
वही निर्मोही अखाड़े के संत गोविंद दास ने कहा कि यदि 13 तारीख तक अखाड़े में जो भी टूट-फूट हुई है उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग सही नहीं करके देता है तो उनके द्वारा अनशन पर बैठा जाएगा और यदि अखाड़े के लिए उन्हें प्राणों की आहुति भी देनी पड़े तो वह इससे भी पीछे नहीं हटेंगे।