महाकुम्भ, प्रयागराज। महाकुंभ के दिव्य अवसर पर परमार्थ निकेतन शिविर में राजस्थान की 24वीं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया जी आयी। उन्होंने पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और पूज्य साध्वी भगवती सरस्वती जी का आशीर्वाद लिया और परमार्थ त्रिवेणी पुष्प एवं परमार्थ निकेतन शिविर का दर्शन किया।
श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया जी, परमार्थ निकेतन शिविर में पहुंचकर भगवान श्रीराम के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि इस पवित्र मेला में आकर उन्हें अपार शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा मिली है।
परमार्थ निकेतन शिविर में पूज्य संतों के दर्शन, सत्संग, ध्यान, योग और प्रवचन में सहभाग कर आत्मिक शांति का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में आपसी भाईचारे और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा, “महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों लोग एकत्रित होते हैं और अपनी आत्मा की पवित्रता के लिए स्नान करते हैं। परमार्थ निकेतन शिविर का यह पवित्र स्थल श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति और समाज के लिए समर्पण की प्रेरणा देता है।” उन्होंने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य न केवल धार्मिक जागरूकता फैलाना है, बल्कि यह जीवन के हर पहलू में संतुलन और सादगी की ओर मार्गदर्शन प्रदान करता है।
साध्वी भगवती सरस्वती जी ने अपने संदेश में कहा, “परमार्थ निकेतन शिविर समाज में सेवा, शांति और समृद्धि की भावना फैलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
राजस्थान की 24 वीं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया जी ने महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि यह सामाजिक एकता और मानवता के संदेश को भी प्रसारित करने वाला दिव्य महोत्सव है।