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जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी के जीवन पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन

कांवड़ मेला को सरकार तैयार, होगा भव्य स्वागत:: मुख्यमंत्री

हरिद्वार। लोकसभा के अध्यक्ष बिड़ला ओर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के जीवन पर आधारित शोभा त्रिपाठी द्वारा लिखित पुस्तक तप और तपस्या का विमोचन करने हरिद्वार पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर सरकार की तैयारियों के विषय में कहा कि वह पूर्ण रुप से तैयार हैं और 2 साल बाद हो रही कावड़ यात्रा को भव्य रूप देने की पुरजोर तैयारी में है तो वही उत्तराखंड में चल रही चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के जीवन पर लिखी गई पुस्तक तप और तपस्या का आज विमोचन किया गया जिसको सुप्रसिद्ध लेखिका शोभा त्रिपाठी द्वारा लिखा गया है इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर लोकसभा के अध्यक्ष और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार पहुंचे। इस अवसर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज वे जूना पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी आनंद गिरि के जीवन पर शोभा त्रिपाठी द्वारा रचित पुस्तक के विमोचन पर पहुंचे थे पुस्तक में स्वामी जी के जीवन के विषय में और उनके परिवार जनों के विषय में विस्तार पूर्वक लिखा गया है इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में चल रही चार धाम यात्रा के लिए जहां उनकी सरकार द्वारा श्रद्धालुओं की सुख सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन को आने वाले किया है और आने वाले श्रद्धालुओं को हर सुविधा मिले इसके लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं तो वही 2 वर्ष बाद होने जा रही कावड़ मेला को लेकर उन्होंने कहा कि कांवड़ मेले को लेकर सरकार की सभी तैयारियां पूर्ण है और उन्हें आशा है कावड़ मेला अच्छा होगा। उत्तराखंड में बिछ रहे सड़कों के जाल के विषय में बोलते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं कि उनके ही प्रयासों से उत्तराखंड में सड़कें दुरुस्त हुई हैं और केंद्र सरकार द्वारा लाई गई पर्वतमाला योजना के तहत उत्तराखंड में सड़कों का जाल और मजबूत हो रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि मानसून आने वाला है और उन्होंने संबंधित सभी अधिकारियों और संबंधित विभागों को अलर्ट पर रहने के लिए आदेश दे दिए हैं साथ ही उन्होंने सवालों से अपील की है कि वह भी मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकले।
इस अवसर पर स्वामी अवधेशानंद गिरी के जीवन पर किताब लिखने वाली लेखिका शोभा त्रिपाठी ने कहा कि वे स्वामी जी से पहली बार पुरस्कार प्रोग्राम में मिली थी जिसके बाद उन्हें स्वामी जी के जीवन और उनकी माता के जीवन के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न हुई और इसके बाद उन्होंने उनकी माता के विषय को लेकर यह पुस्तक लिखी।
अपने जीवन पर लिखी गई पुस्तक पर बोलते हुए आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी आनंद गिरि ने कहा कि लेखिका शोभा त्रिपाठी द्वारा उनके जीवन परिचय पुस्तक लिखी गई है उसमें पठन-पाठन चिंतन और सन्यास के साथ-साथ उनकी माता के संघर्ष और सफलता के विषय में भी लिखा गया है।

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