एंकर। देवभूमि उत्तराखंड में बढ़ते गैर हिंदुओं पर चिंता व्यक्त करते प्रदेश सरकार द्वारा ओर अधिक सख्त धर्मान्तरण कानून बनाये जाने की तैयारी किये जाने के धर्मनगरी के संतों और आम लोगों सभी एक सुर में सरकार के इस फैसले का समर्थन करते दिखाई दे रहे है बस उनका कहना है कि सरकार द्वारा लाये जाने वाला कानून जमीनी स्तर पर सख्त हो ना कि केवल कागजों मात्र में।
उत्तराखंड सरकार द्वारा धर्मान्तरण पर सख्त कानून बनाये जाने की तैयारी किये जाने के बाद धर्मनगरी हरिद्वार से सरकार के इस फ़ैसले को लेकर एक तरफा समर्थन मिला रहा है धर्मान्तरण कानून पर बोलते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पूरी का मानना है देश मे जिस तरह से माहौल है जहां आये दिन श्रद्धा ओर निधि जैसी मासूम बच्चियों के टुकड़े किये जा रहे है सरकार द्वारा धर्मान्तरण पर सख्त कानून लाये जाने से ऐसी घटनाओं पर लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि आज देखने मे आता है कि कई लोग अपना असली नाम बदल कर ढाबे खोल कर बैठे है तो वही ये लोग अपना नाम बदल कर मासूम बहनों को बरगलाने का काम करते है सरकार द्वारा धर्मान्तरण पर सख्त कानून लाये जाने ओर सख्त सजा मिलने से किसी की ऐसा करने की हिम्मत नही होगी।
वहीं शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप का मानना है कि सरकार द्वारा सख्त धर्मांतरण कानून लाए जाने का भी स्वागत करते हैं पर उनका मानना है कि इस कानून के तहत आरोपी की सजा 10 साल ना होकर आजीवन कारावास की होनी चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि इस धर्मांतरण कानून का भी हश्र सरकार के अन्य कानूनों की भांति नही होना चाहिए। जिस तरह से पहाड़ में धर्मांतरण का तांडव चल रहा है वह भी इस कानून से रुकेगा।