स्वदेश बुलेटिन
हरिद्वार। प्रेस क्लब के वरिष्ठ पत्रकार ललितेन्द्र नाथ लाखों की ठगी के शिकार हो गए। उनसे फोन पर हुई वार्ता के अनुसार आज दोपहर सबसे भीड़ भरे व आवाजाही वाले रास्ते चन्द्राचार्य चौक पर सड़क पर एक व्यक्ति ने उन्हें रोक लिया।
पत्रकार ने अपनी स्कूटी रोककर पूछा, कौन हैं आप? उस व्यक्ति ने कहा मैं आपका साला हूँ। आपकी पत्नी का बड़ा भाई। ऋषिकेश में मैं फूड इंस्पेक्टर हूँ, अब यहां हरिद्वार में ट्रांसफर होकर आ गया हूं। खाद्य पदार्थों में मिलावट वगैरह की जांच करता हूँ कि कोई गड़बड़ तो नहीं है।
आज हमारे यहाँ पूजा है, चलिए आपको अपने घर ले चलता हूँ। ललितेन्द्र नाथ हिप्नोटाइज़ से हुए पास में ही उनके साथ चलते गए। कथित ठग ने एक मकान के सामने जाकर अंदर से अपनी मां को आवाज़ लगाई कि कॉफी लाओ मेरे जीजा आए हैं। लेकिन अंदर से कोई नहीं आया। तभी उन्होंने कहा कि अंदर पंडित जी पूजा कर रहे हैं उनके लिए मैं अंगूठी लेने जा रहा हूं। अपनी अंगूठी तो देना जरा, इसी नाप की लानी है।
ललितेन्द्र जी ने चुपचाप अपनी नीलम की अंगूठी उतारकर दे दी। वो व्यक्ति अंगूठी लेकर वहां से नौ दो ग्यारह हो गया। उसके जाने के बाद ललितेन्द्र जी को होश आया कि कोई मेरी अंगूठी लेकर भाग गया है। वे ठगे से इधर-उधर देखते रहे लेकिन वो तो वहां से भाग चुका था।
ललितेन्द्र जी का कहना है कि उस दौरान जैसा वह व्यक्ति कहता रहा मैं वैसा ही करता रहा। बाद में होश आया कि ये क्या हो गया।