हरिद्वार। यूथ कांग्रेस उत्तराखंड की नई कार्यकारणी ओर नए यूथ कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए हरिद्वार के गंगा स्वरूप आश्रम में 2 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत हुई जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओ ने उपस्थित होकर युवाओं को अपने अनुभव सांझा किये और उन्हें लोगों की नब्ज को किस तरह से समझा जाये इसकी बारीकियां समझाई। प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा , पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ओर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य मौजूद रहे।
गुरुवार को गंग स्वरूप आश्रम में शुरू हुए यूथ कांग्रेस के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में पहुँचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह आज यूथ कांग्रेस के नए पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देने आए थे जहां पर युवाओं द्वारा कुछ विषयों पर युवा खुलासा चाहते थे जिसकी उन्होंने विस्तार से उनको जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने युवाओ से कहा है कि उन्हें सेवाभावी, रचनात्मक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनानी है साथ ही युवाओ को मंत्र के रूप में उन्होंने अपनी गाथा युवाओ को सुनाई ओर कहा कि उसमें से युवा केवल सार सार ले लेवे। साथ ही 2024 कि तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को हर समय नई चुनोतियो के लिए तैयार रहना पड़ता है।
वही इस मौके पर हरिद्वार पहुँचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि यूथ कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर में युवाओं को कांग्रेस की विचारधारा के विषय में बताया जा रहा है साथ यह बताया जा रहा है कि कांग्रेस, भाजपा और संघ की विचार धारा से किस तरह से अलग है। युवाओं को यह भी बताया जा रहा है कि संघ और भाजपा से देश में किस तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और आगे क्या समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने बताया कि शिक्षण शिविर में युवाओं को बताया जा रहा है कि कांग्रेस सत्य की राह पर है क्योंकि कांग्रेस देश के हर नागरिक को सामान रूप से देखती है जबकि भाजपा जाति और धर्म के बंटवारे की राजनीति करती है।
यूथ कांग्रेस के पहले दिन के प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बताया कि आज देश में 40% युवा है जिसके ऊपर देश की भविष्य की जिम्मेदारी है इस तरह के प्रशिक्षण से युवाओं को भविष्य के लिए तैयार किया जाता है कि किस तरह से युवा संयमित हो कर देश की सेवा में आगे बढ़ सकता है आज देश का युवा हताश है बेरोजगारी ओर महंगाई बढ़ रही है ऐसे में युवाओं की ओर जिम्मेदारी बढ़ जाती है।