बरेली शहर के होटलों में प्रेमी जोड़ों को नियम विरुद्ध तरीके से कमरा दिया जाने का खेल चल रहा है। व्यस्ततम इलाके के होटल प्रीत पैलेस का हाल भी यही है। तंग जगह में अग्निशमन मानकों को ताक पर रखकर बनाए गए होटल के प्रबंधन पर घटना के बाद अंगुलियां उठ रही हैं।
एसपी सिटी राहुल भाटी, सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने जब होटल के मालिक करनप्रीत सिंह व मैनेजर राजकुमार से पूछताछ की तो वह सवालों का जवाब देने की बजाय इधर उधर मुँह ताकते दिखे। सवाल उठा है कि युवती किस समय आई और उसकी आईडी जमा क्यों नहीं कराई गई। युवती की हत्या की गई तो किसी स्टाफ ने उसकी चीख या आवाज आखिर क्यों नहीं सुनी? आरोपी के आराम से निकल जाने के बाद भी करीब 18 घंटे तक कमरे में मौजूद लोगों की सुध क्यों नहीं ली गई? इन सवालों के जवाब भी उनके पास नहीं थे।
स्टाफ ने सफाई दी कि कमरे में लड़की होने की वजह से उन्होंने बिना बुलाए जाना सही नहीं समझा।तंग जीने से होकर ऊपर तीसरी मंजिल पर पहुंचे अधिकारियों को होटल में बाकी इंतजाम भी ऐसे ही संदिग्ध प्रतीत हुए। एसपी सिटी ने बताया कि उच्चाधिकारियों को स्थिति बताई जाएगी। होटल प्रबंधन पर भी कार्रवाई हो सकती है। पोस्टमार्टमपुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और बेड पर लहूलुहान पड़े शव की हालत देखी। उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। इस बात को लेकर अफसर चौंके कि आखिर हत्या की किसी को भनक क्यों नहीं लगी। शाही कस्बा निवासी युवती फरजाना उर्फ शब्बो की गला रेतकर निर्ममता से हत्या करने के बाद मंगेतर आजमनगर निवासी आलम कुरैशी ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। शब्बो की बेरहमी से हत्या करके आलम पकड़े जाने के डर से जल्दबाजी में होटल से निकला होगा। उसने कमरे का दरवाजा भी लॉक नहीं किया।मंगलवार को जब बदबू फैली तो स्टाफ ने जाकर देखा और पुलिस को इसकी खबर की।