हरिद्वार। पिछले दिनों पूर्व विधायक और रविदासाचार्य सुरेश राठौर द्वारा श्रीगुरु रविदास अखाड़े की घोषणा किये जाने और उसके बाद अखाड़ा परिषद द्वारा किसी नए अखाड़े के निर्माण को लेकर इनकार करने के बाद श्रीगुरु रविदास अखाड़े के अध्यक्ष सुरेश राठौर ओर महामंत्री आईएफएस अधिकारी किशनचंद ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पूरी से मुलाकात कर अपने अखाड़े को लेकर समर्थन मांगा। जहाँ रविदासाचार्य ने अपनी बात ना माने जाने पर शक्ति प्रदर्शन करने की बात कही तो वही अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने एक बार फिर किसी नए अखाड़े के गठन से इनकार किया।
साधु-संतों के 13 अखाड़ो के अलावा , पूर्व विधायक और रविदासाचार्य सुरेश राठौर द्वारा एक नए अखाड़े श्रीगुरु रविदास अखाड़े की घोषणा किये जाने और अपने अखाड़े के महामंत्री के तौर पर उत्तराखंड के विवादित आईएफएस अधिकारी किशनचंद को बनाये जाने ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। एक तरफ जहाँ रविदासाचार्य सुरेश राठौर द्वारा अखाड़ा परिषद द्वारा अपना समर्थन की बात कही जा रही थी तो वही अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पूरी द्वारा 13 ही अखाड़ो के होने की बात कहते हुए किसी नए अखाड़े के गठन से इनकार किया था।
वही आज सोमवार को रविदासाचार्य सुरेश राठौर ओर किशनचंद ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पूरी से मुलाकात कर उन्हें अपने नए अखाड़े के समर्थन के संबंध में एक पत्र सौंपा। इस मौके पर रविदासाचार्य सुरेश राठौर ने एक बार फिर अपने नए अखाड़े के पुरजोर गठन की बात कहते हुए कहा कि उन्होंने आज अखाड़ा परिषद अध्यक्ष से मुलाकात की ओर अपने अखाड़े के संबंध में एक पत्र उन्हें सौंपा है उन्होंने कहा कि अगर अखाड़ा परिषद उनकी बात नही मानता है तो उन्हें शक्ति प्रदर्शन करना पड़ेगा।
वही इस मौके पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पूरी ने एक बार फिर ऐसे किसी नए अखाड़े के गठन से इनकार किया और कहा कि उन्होंने रविदासाचार्य सुरेश राठौर को एक संस्था बनाने को कहा है ताकि सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा का जो कार्य वे कर रहे है उसे अखाड़ो का समर्थन मिलता रहे।