हरिद्वार। बहादराबाद थाना क्षेत्र में स्थित सहारा इंडिया ग्रुप की साडे 400 बीघा जमीन पर जिला प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद जमीन पर प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा लगातार काम किए जाने के बाद मामला थमने का नाम नही ले रहा है आज सहारा इंडिया में निवेश करने वाले उत्तराखंड वासियों के हितों को देखते हुए स्वराज सेवादल द्वारा आज मेला नियंत्रण कक्ष के बाहर धरना प्रदर्शन किया जिसके बाद स्वराज सेवा दल द्वारा अपनी मांगों के संबंध में एक ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया गया। जिसमें स्वराज सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि अगर जिला प्रशासन द्वारा खरीद-फरोख्त करने वाले डीलरों के खिलाफ कार्रवाई ओर जमीन को सीज नहीं की जाती है तो वे सहारा इंडिया ग्रुप की जमीन पर पहुंचकर अपना प्रदर्शन करेंगे।
सहारा इंडिया ग्रुप में निवेश करने वाले लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन द्वारा सहारा ग्रुप की 450 बीघा से अधिक जमीन के क्रय विक्रय पर रोक लगाए जाने के बाद भी मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है आज शुक्रवार को सीसीआर (मेला नियंत्रण कक्ष) के बाहर सुराज सेवा दल द्वारा सहारा इंडिया ग्रुप की जमीन के मामले में धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें स्वराज सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश जोशी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि आज केवल जिलाधिकारी ओर एडीएम द्वारा ही मोर्चा संभाला जा रहा है उन्होंने शासन से मांग की जिन अधिकारियों और नेताओं की मिली भगत द्वारा सहारा इंडिया की जमीन की खरीद फरोख्त की गई उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए साथ ही उक्त जमीन पर चल रहे कार्य को रोकते हुए जमीन को सीज किया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की जल्द ही बहादराबाद थाने में उक्त मामले में मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उक्त मामले में कार्यवाही नही की गई तो सुराज सेवा दल द्वारा सहारा इंडिया की जमीन पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन का आगाह किया कि अगर सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं को परेशान करने की कोशिश की गई तो सुराज सेवादल उग्र आंदोलन को विवश होगा।
वही सुराज सेवादल द्वारा शासन को दिए गए ज्ञापन को लेने पहुँचे एसडीएम पूरण सिंह राणा का कहना था कि जिलाप्रशासन द्वारा उक्त मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए जमीन की खरीद फरोख्त पर रोक लगा दी गई है उन्होंने कहा कि प्रशासन का पहला उद्देश्य निवेशकों ओर आम जनता के हितों की रक्षा करना है।