हरिद्वार। पौड़ी जिले में हुई बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शव आज हरिद्वार के चंडी घाट शमशान घाट पर पहुँचने शुरू हो गए है जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है यू तो शमशान घाट का नजारा गमगीन ही रहता है लेकिन आज शमशान घाट का नज़ारा कुछ ज्यादा ही ह्रदयविदारक दिखाई दे रहा था। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में शवो का अंतिम संस्कार देख हर कोई गमगीन था। जिला प्रशासन हरिद्वार द्वारा बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों के लिए अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है।
मंगलवार को लालढांग से चली बारात की बस की पौड़ी में हुई दुर्घटना में 32 लोगों के मारे जाने के बाद लालढांग क्षेत्र के लगभग हर घर मे कोहराम मचा हुआ है। आज गुरुवार को उनके शव हरिद्वार के चंडी घाट पहुँचने शुरू हो गए। जहाँ पहुँच रहे रोते बिलखते परिजन अपनो के खोने से बेसुध दिखाई दे रहे है। कोई कोई परिवार तो ऐसा है जिसके घर मे कोई भी नही बचा तो किसी के सर से माँ- बाप दोनो का साया उठ गया।
दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजन जहा एक ओर दुर्घटना स्थल पर एनडीआरएफ के देरी से पहुँचने की बात कह रहे है तो वही कुछ पहाड़ो की खस्ता हाल सड़को को इसका जिम्मेदार मान रहे है परिजनों की सरकार से मांग है कि जिसके परिवार में मृत्यु हुई है उस परिवार को रोजगार और मुआवजा दिया जाए।
वही हरिद्वार के जिला प्रशासन द्वारा हरिद्वार शमशान घाट पहुँच रहे शवो की लकड़ी आदि की सभी व्यवस्था की जा रही है साथ ही उचित मुहावजे ओर सरकार की तरफ से पीआरडी या आंगनवाड़ी जैसे विभागों में नोकरी दिये जाने की व्यवस्था किये जाने की बात भी कही गई है।