Uttarakhand

उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय खेल कूद प्रतियोगिता का हुआ विधिवत समापन

हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अन्तर्महाविद्यालयीय खेलकूद प्रतियोगिता का समापन विधिवत हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि संस्कृत शिक्षा सचिव चंद्रेश कुमार ने कहा कि खेल हमें जोड़ने का काम करते हैं, खिलाड़ियों को असफलता मिलने पर कभी निराश नहीं होना चाहिए। हमें एक दूसरे से सदैव जुड़े रहना चाहिए। खेलों से युवाओं में आगे बढ़ने बढ़ने की भावना विकसित होती है,इसलिए खेल प्रतियोगिताएं छात्र -छात्राओं के जीवन का अभिन्न हिस्सा बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में छात्राओं के लिए भी छात्रावास की सुविधाएं मिले इस दिशा में हम प्रयास कर रहे हैं। संस्कृत शिक्षा सचिव ने कहा कि खेलों के विकास में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। विशिष्ट अतिथि पतंजलि भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के संयोजक डॉ राकेश कुमार ने कहा कि भारतीय खेलों का पूरे विश्व में डंका बजता है ,खेल हमें अवसाद औऱ बिमारियों से दूर रखते हैं ।उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय खेलों में भी विशिष्ट पहचान बना रहा है,यह संस्कृत के विद्यार्थियों के लिए शुभ संकेत है,बहुत जल्दी ही भारतीय शिक्षा बोर्ड से संस्कृत जुड़ने वाली है।संस्कृत के छात्रों के लिए रोजगार के दरवाजे शीघ्र ही खुलेंगे। उन्होंने कहा कि ज्ञान विज्ञान का सबसे बड़ा खजाना संस्कृत में है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर दिनेशचंद्र शास्त्री ने ने कहा कि हमें जीवन को प्रतियोगिता की तरह स्वीकार करना चाहिए, खिलाड़ी छात्रों के जीवन में हमेशा प्रतियोगिता की भावना बनी रहे यह महत्वपूर्ण है, जीवन में आगे बढ़ने का मूल मंत्र भी प्रतिस्पर्धा ही है। कुलपति ने कहा कि हजारों वर्षों की गुलामी के बाद भी हमारी वेशभूषा, परम्परा और भारतीय संस्कृति जिंदा है यह हमारे लिए गर्व की बात है। इससे पूर्व क्रीड़ा प्रभारी डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने तीन दिवसीय प्रतियोगिता का ब्यौरा प्रस्तुत किया। खेल अधिकारी डॉ चंद्रशेखर शर्मा ने विजेता खिलाडियों ने नामों की घोषणा की। संस्कृत शिक्षा सचिव चंद्रेश कुमार ,कुलपति ,कुलसचिव तथा वित्त नियंत्रक लखेन्द्र गोन्थियाल ने संयुक्त रूप से सभी विजेता खिलाड़ियों को मेडल तथा ट्राफी देकर सम्मानित किया।
कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ सुमन भट्ट ने किया। निर्णायक मंडल में डॉ अंकित शर्मा, डॉ जय कुमार,एथलेटिक्स फैडरेशन के सचिव भारत भूषण, संजय कुमार,श्रीमती अंजना उनियाल,राजेन्द्र नोटियाल तथा नीशू कुमार को मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया।
इस अवसर पर उपकुलसचिव दिनेश राणा, संस्कृत शिक्षा निदेशक डॉ शिव कुमार खाली, सहायक निदेशक पद्माकर मिश्र, डॉ वाजश्रवा ,विश्वविद्यालय के आचार्य, सह आचार्य ,सहायक आचार्य,शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद थे।

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