घुटनों के लचीलेपन को बढाने के लिए दाल चीनी, जीरा, अदरक और हल्दी का उपयोग उत्तम फलकारी है। इन पदार्थों में ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं, जो घुटनों की सूजन और दर्द का निवारण करते हैं।
मैथी दाने, सौंठ और हल्दी समान मात्रा में मिलाकर, पीसकर नित्य सुबह-शाम भोजन करने के बाद गरम पानी से, दो-दो चम्मच फकी लेने से लाभ होता है।
रोज सुबह भूखे पेट एक चम्मच कुटे हुए मैथी दाने में 1 ग्राम कलौंजी मिलाकर एक बार फाँकी लें।
मैथी दाना हमेशा सुबह खाली पेट, जबकि दोपहर और रात में खाना खाने के बाद, आधा चम्मच मात्रा, पानी के साथ फाँकने से सभी जोड़ मजबूत रहेंगे और जोड़ों में किसी भी प्रकार का दर्द कभी नहीं होगा।
अलसी के दानों के साथ 2 अखरोट की मिगी सेवन करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
मैथी के लड्डू खाने से हाथ-पैर और जोड़ों के दर्दो में आराम मिलता है।
अँकुरित मैथी दाने खाएँ और उसके खाने के बाद आधे घंटे तक कुछ न खाएँ।
30 की उम्र के बाद मैथी दाने की फाँकी लेने से शरीर के जोड़ मजबूत बने रहते हैं तथा बुढ़ापे तक मधुमेह, ब्लड प्रेशर और गठिया जैसे रोगों से बचाव होता है।
मैथी दानों को तवे या कढ़ाही में गुलाबी होने तक सेकें। ठंडा होने पर पीस लें। रोज सुबह खाली पेट आधा चम्मच, एक गिलास पानी के साथ लें।
मैथी दानों को दरदरा कूटकर सर्दियों में 2 चम्मच और गर्मी में एक चम्मच की फाँकी सुबह-सुबह खाली पेट पानी के साथ लें।
मालिश के लिए तेल एवं सिकाई के तरीके
अरंडी के पत्तांे को पीस लें, थोड़ा सा सरसांे का तेल ओर थोड़ा सा कपूर मिला लें। घुटनों के ऊपर लेप करें व लाल रंग का कपड़ा बाँधे। अब इसके ऊपर गरम सेंक करंें।
सामान मात्रा में अरंडी और सरसों का तेल, लहसुन की 2 कली और तेल की कुल मात्रा का आधा कपूर। गरम तेल में कपूर मिलाना है (सावधानीपूर्वक)। जब तेल हल्का गरम रहे मालिश करनी है और फिर आक के पत्तांे को गरम कर उस स्थान पर रखें ओर उपर से रूई रखकर लाल कपड़े की पट्टी बाँधें। मालिस घुटने के आगे और पीछे दोनों ओर करनी है।
जोड़ों और घुटनों की पीड़ा दूर करने के लिये तेल निर्माण करने का एक बेहद असरदार फार्मूला
काला उड़द 10 ग्राम, बारीक पीसा हुआ अदरक 5 ग्राम, पीसा हुआ कर्पूर 2 ग्राम लें। ये तीनों पदार्थ 50 ग्राम सरसों के तेल में 5 मिनट तक गरम करें और आंच से उतारकर छानकर बोतल में भर लें। मामूली गरम इस तेल से जोड़ों की मालिश करने से दर्द में आराम मिलता है। दिन में 2-3 बार मालिश करना उचित है। आक के पत्तांे को गरम कर उस स्थान पर रखें ओर उपर से रूई रखकर लाल कपड़े की पट्टी बाँधे। अगर संभव हो तो 15-20 मिनट लाल कपडा बाँध कर घुटना धूप में रख कर बैठें।