रुड़की। पशुओं के लिए नदी पर चारा लेने गए चाचा-भतीजे ने नदी में अचानक अधिक पानी आने से एक टापू पर जाकर अपनी जान बचाई। हालांकि, इस दौरान बुग्गी नदी में बह गई, जबकि भैंसा बच गया। वहीं, आसपास के लोगों ने सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और बाढ़ चौकी टीम मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे रेस्क्यू चलाकर दोनों का सुरक्षित बाहर निकाला गया। जिसके बाद पुलिस-प्रशासन और परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली।
पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र की नदियों में पानी आ गया है। हालांकि रात तक नदियों में पानी नहीं था। सुबह पहाड़ी क्षेत्रों में जेज बारिश से मैदानी क्षेत्रों की नदियां भी उफान पर आ गई हैं। ऐसे में लोगों को बाढ़ का खतरा मंडराने लगा। वहीं, तेलपुरा निवसी आबिद (30) अपने चार साल के भतीजे सलमान को लेकर भैंसा-बुग्गी से खेत में चारा लेने गए थे। करीब नौ बजे मोहंडरो नदी के रास्ते से चारा लेकर आ रहे थे। इस बीच नदी में तेज रफ्तार से अधिक पानी आ गया। इस बीच आबिद ने भैंसा-बुग्गी को नदी में ही छोड़ दिया और अपने भतीजे को लेकर एक टापू पर चले गए। इस बीच भैंसा भी बुग्गी से अलग हो गया और वह किनारे आ गया, जबकि बुग्गी नदी में बह गई। वहीं, टापू, नदी का जलस्तर बढ़ता देख दहशत में चाचा-भतीजे ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे लोग नदी किनारे मौके पर पहुंचे। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर बुग्गावाला पुलिस और बाढ़ चौकी प्रभारी बुग्गावाला आशु गिरी, बाढ़ चौकी प्रभारी तेलपुरा रविकांत मौके पर पहुंचे। पुलिस और बाढ़ चौकी टीम ने रेक्स्यू चलाया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को सकुशल बाहर निकाला गया। इसके बाद टीम और परिवार ने राहत की सांस ली।