26 अगस्त 2021। केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के निदेशक डाॅ0 राघवेंद्र राव जी का पतंजलि विश्वविद्यालय के नवीन परिसर में आगमन हुआ। विश्वविद्यालय केे यशस्वी प्रतिकुलपति डाॅ0 महावीर अग्रवाल जी, कुलानुशासिका साध्वी डाॅ0 देवप्रिया जी, वित्त अधिकारी श्री ललित मोहन जी, पतंजलि अनुसंधान संस्थान के उपाध्यक्ष डाॅ0 अनुराग जी सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने विश्वविद्यालय सभागार में पुष्प-गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत अभिनंदन किया।
योग विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डाॅ0 रूद्र भण्डारी जी ने उन्हें विश्वविद्यालय में हो रहे अनुसंधान एवं यहां से संचाचित पी-एच.डी., डी.लिट्ट. सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण दिया। इसके पश्चात माननीय प्रतिकुलपति जी ने परम् पूज्य स्वामी रामदेव जी एवं श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी के सपनांे के विश्वविद्यालय का ध्येय स्पष्ट करते हुए योग साधना एवं संकल्प की इस पावन धरा पर उनका हृदय से अभिनंदन किया। डाॅ0 राव ने विश्वस्तरीय पतंजलि अनुसंधान संस्थान सहित पतंजलि के विभिन्न प्रकल्पों में भ्रमण के पश्चात् विश्वविद्यालय के आचार्याें एवं शोधार्थियों के साथ परिचर्चा में भाग लिया एवं यहां हो रहे अनुसंधानों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने परिचर्चा के क्रम में बताया कि योग के क्षेत्र में केवल 20 प्रतिशत शोध भारत में हो रहे हैं तथा शेष 80 प्रतिशत शोध विश्व के अन्य भागों में हो रहे हैं। हमें शोध के महत्व को समझकर इसे बडे़ पैमाने पर करने की आवश्यकता है। डाॅ. राव विगत 20 वर्षाें से कैंसर पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने पतंजलि के साथ मिलकर विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं पर कार्य करने की बात कहीं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सह कुलानुशासक स्वामी परमार्थदेव जी, परीक्षा नियंत्रक श्री वी0 सी0 पाण्डेय जी, कुलसचिव डाॅ0 पुनिया जी सहित विश्वविद्यालय के सभी गणमान्य अधिकारी व आचार्यगण उपस्थित रहे। इस अनुसंधान परिचर्चा का सफल संचालन संकायाध्यक्ष शिक्षण एवं शोध, प्रो0 वी0 के0 कटियार जी ने किया।