उत्तराखंड में दवा निर्माण कंपनीयों को अब बड़ी मशक्क्त से छुटकारा मिलेगा। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने एम्स ऋषिकेश परिसर में अपना जोनल कार्यालय का श्रीगणेश किया है यहां असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर स्तर के अधिकारी की भी तैनाती की हुई है और एम्स ऋषिकेश ने संगठन को अपने परिसर में स्थान उपलब्ध कराया है। आपको बतादें कि भारत सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन भारत का राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण है। इसका मुख्यालय एफडीए भवन कोटला रोड नई दिल्ली में बना हुआ है।
छह जोनल कार्यालय, चार उप जोनल कार्यालय, 13 बंदरगाह कार्यालय और देश भर में सात प्रयोगशालाएं हैं।एम्स ऋषिकेश प्रशासन ने अपने फार्माकॉलोजी विभाग में स्थान दिया है।ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के अंतर्गत सीडीएससीओ दवाओं के अनुमोदन, क्लीनिकल परीक्षणों के संचालन, दवाओं के लिए मानक निर्धारण, देश में आयातित दवाओं की गुणवत्ता पर नियंत्रण और विशेषज्ञ प्रदान करके राज्य औषधि नियंत्रण संगठनों की गतिविधियों करने का कार्य करता है। वैक्सीन और सेरा जैसी अहम्म दवाओं के विशेष श्रेणियों के लाइसेंस देने के लिए संयुक्त रूप से जिम्मेदार इसी की होती है।