हरिद्वार । स्थानीय एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में आज विज्ञान विभाग, पर्यावरण प्रकोष्ठ एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में जी-20 के सन्दर्भ में विविध जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत आज जैविक खेती द्वारा आत्मनिर्भरता विषय पर एक अतिथि व्याखयान आयोजित किया गया ।
इसके अन्तर्गत की नोट स्पीकर डॉ मधु शर्मा वनस्पति विभाग चिन्मय कालेज आफ सांइस ने छात्र छात्राओं को जैविक खेती के लाभ तथा जैविक खेती द्वारा आत्मनिर्भरता के बारे में बताया । उन्होंने बताया कि भारत जैविक खेती में विश्व में प्रथम स्थान पर है। छात्र छात्राओं को जैविक उत्पादों के प्रतीक चिह्न लोगो से भी अवगत कराया । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के दृष्टिगत भी जैविक खेती उत्तम है।
कालेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने छात्र छात्राओं को उद्बोधन करते हुए कहा कि जैविक खेती किसानों की आर्थिक स्थिति, स्वास्थ्य, एवं आत्मनिर्भरता के लिए वरदान है
इससे मिट्टी की उर्वराशक्ति में भी बढोत्तरी होगी तथा खेत खलिहान कैमिकल खाद एवं रसायनों से मुक्त होगा।
प्रोफेसर डॉ तेजवीर सिंह तोमर ने बताया कि मनुष्य स्वयं ही समस्याओं को उतपन्न करता है तत्पश्चात उनके समाधान ढूंढने में अपनी शक्ति एवं उर्जा को नष्ट करता है।
डॉ सजंय माहेश्वरी ने बताया कि पौधों की देखभाल के साथ साथ मृदा का संरक्षण आवश्यक है
कार्य क्रम का संचालन डॉ पदमावती तनेजा ने किया एवं आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में डॉ जे सी आर्य, विनय थपलियाल, विनीत सक्सेना, पुनीता शर्मा, नेहा गुप्ता, प्रिंस श्रोत्रिय, दीपिका आनन्द, महिमा, पूजा बालियान, लता शर्मा, डॉ सुगनधा वर्मा, पूजा , मीनाक्षी, विशाल, अर्शिका वर्मा, शिवी, विनय, खुशी आदि उपस्थित रहें।