दिग्गज अभिनेता श्री मनोज कुमार जी के निधन पर परमार्थ निकेतन में विशेष यज्ञ कर अर्पित की भावभीनी श्रद्धाजंलि

*💥भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूँ, ये पंक्तियाँ जब भी दोहराई जायेंगी, मनोज कुमार जी को सदैव याद किया जायेगा*

*🌺बेहतरीन कला और देश भक्ति की फिल्मों से अपनी पहचान बनाने वाले कलाकार को भावभीनी श्रद्धाजंलि*

*💐परमार्थ निकेतन में ऋषिकुमारों ने यज्ञ कर अर्पित की श्रद्धाजंलि*

*✨स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अमेरिका की धरती से अभिनेता श्री मनोज कुमार जी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा देशभक्ति फिल्मों के पर्याय थे श्री मनोज कुमार जी*

ऋषिकेश। हिन्दी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता, निर्देशक और देशभक्ति फिल्मों के पर्याय माने जाने वाले श्री मनोज कुमार जी के निधन से समूचा देश शोक संतप्त है। उनकी स्मृति में आज परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में एक विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें आश्रम के ऋषिकुमारों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अमेरिका की धरती से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 1970 के दशक में जब परमार्थ निकेतन में एक फिल्म बनायी जा रही थी, उस समय अभिनेता मनोज कुमार जी और अभिनेत्री हेमा मालिनी जी एवं अन्य कई एक्टर्स परमार्थ निकेतन, ़ऋषिकेश में कई दिनों तक रहे। वे जब फिल्म की शूटिंग कर रहे थे तब अक्सर शाम को देश भक्ति, राष्ट्र व राष्ट्र भावना पर चर्चा होती थी। आज भी मुझे याद है वे बड़े ही सरल और सहज स्वभाव के थे।

स्वामी जी ने कहा कि श्री मनोज कुमार जी सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि भारत माता के सच्चे सपूत थे। उन्होंने जिस भाव से अपनी फिल्मों में देशभक्ति को प्रस्तुत किया, वह हर भारतीय के हृदय को छूता है। भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं जैसी अमर पंक्तियाँ जब भी दोहराई जाएंगी, मनोज जी और उनका योगदान स्मरण किया जायेगा।

श्री मनोज कुमार जी का सिनेमा के प्रति समर्पण और देश के प्रति उनका प्रेम आज भी सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने पूरब और पश्चिम, शहीद, उपकार, रोटी कपड़ा और मकान जैसी कालजयी फिल्मों के माध्यम से न केवल अभिनय का श्रेष्ठतम परिचय दिया, बल्कि राष्ट्रभक्ति को जनमानस से जोड़ने का काम किया।

श्री मनोज जी ने अपने जीवन और फिल्मों के माध्यम से जो मूल्य और संस्कार समाज को दिए हैं, वे सदैव अमर रहेंगे। उन्होंने भारतीय संस्कृति, परंपरा और देश के प्रति आस्था को परदे पर जीवंत कर दिया। वे सचमुच भारत कुमार थे, जिन्होंने लाखों युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत की।

आज प्रातःकाल परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए यज्ञ कर श्रद्धांजलि अर्पित की। परमार्थ निकेतन परिवार की ओर से दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की गई।

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